संत पैट्रिक दिवस: आयरलैंड के संरक्षक संत का उत्सव (Sant Patrik Divas: Aaiರ್land ke संरक्षक संत ka utsav)

संत पैट्रिक दिवस: आयरलैंड के संरक्षक संत का उत्सव (Sant Patrik Divas: Aaiರ್land ke संरक्षक संत ka utsav)

Sant Patrik Divas: संत पैट्रिक दिवस हर साल 17 मार्च को मनाया जाता है, जो आयरलैंड के संरक्षक संत, सेंट पैट्रिक की मृत्यु की तिथि है। यह दिन न केवल आयरलैंड में बल्कि दुनिया भर में आयरिश संस्कृति और विरासत के उत्सव का प्रतीक बन गया है।

कौन थे संत पैट्रिक? (Kaun the Sant Patrik?)

ऐसा माना जाता है कि सेंट पैट्रिक का जन्म रोमन ब्रिटेन में 4वीं शताब्दी के अंत में हुआ था। उन्हें 16 साल की उम्र में आयरलैंड ले जाकर गुलाम बना लिया गया था। बाद में वह भाग निकले, लेकिन ईसाई धर्म का प्रचार करने के लिए लगभग 432 ईस्वी में वापस लौट आए।

अपने जीवनकाल में, उन्होंने आयरलैंड में चर्चों, स्कूलों और मठों की स्थापना की और ईसाई धर्म के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके जीवन के चारों ओर कई किंवदंतियां भी हैं, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध यह है कि उन्होंने आयरलैंड से सांपों को भगा दिया था।

संत पैट्रिक दिवस कैसे मनाया जाता है? (Sant Patrik Divas kaise manaya jata hai?)

संत पैट्रिक दिवस परंपरागत रूप से हरे रंग से जुड़ा हुआ है, जिसे आयरलैंड के हरे-भरे परिदृश्य और आशा का प्रतीक माना जाता है। इस दिन लोग हरे रंग के कपड़े पहनते हैं, परेडों में शामिल होते हैं, आयरिश संगीत सुनते हैं, पारंपरिक आयरिश भोजन जैसे कॉर्न बीफ और गोभी का आनंद लेते हैं, और गिनीज पीते हैं।

विश्व स्तर पर समारोह (Vishv star par samaroh)

आयरलैंड में, डबलिन में होने वाली भव्य परेड सेंट पैट्रिक दिवस का मुख्य आकर्षण है। लेकिन दुनिया भर के अन्य देशों में भी इस दिन को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। न्यूयॉर्क शहर में दुनिया की सबसे बड़ी सेंट पैट्रिक दिवस परेड आयोजित की जाती है, और शिकागो अपने नदी को हरे रंग में रंगने के लिए प्रसिद्ध है।

भारत में समारोह (Bharat mein samaroh)

भारत में भी, सेंट पैट्रिक दिवस को मेट्रो शहरों में पब और रेस्तरां में विशेष कार्यक्रमों के साथ मनाया जाता है। लोग हरे रंग के कपड़े पहनकर आयरिश भोजन और पेय का लुत्फ उठाते हैं और आयरिश संगीत का आनंद लेते हैं।

निष्कर्ष (Nishकर्ष)

संत पैट्रिक दिवस सिर्फ एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि आयरिश संस्कृति और विरासत का जश्न मनाने का एक वैश्विक उत्सव है। यह विभिन्न संस्कृतियों के लोगों को एक साथ लाने और खुशियां बांटने का एक शानदार अवसर है।

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