NPCSCB – Mission Karmyogi: भारत के विकास में Civil सेवा में काम कर रहे लोग एक अहम भूमिका निभाते हैं। इसी चिज को मध्य नजर रखते हुए भारत सरकार राष्ट्रीय Civil सेवा कार्यक्रम लेकर आई है । इसके अंतरगत Civil सेवा में काम कर रहे हैं ऑफिसर को हर situation में सीखने और हर परिस्थिती में कार्य करने के लिए तैयार किया जाएगा। इस ,योजना का लाभ सबसे ज्यादा भारत के लोगों को मिलेगा। अगर ,Civil सेवा में कार्य कर रहे लोग बेहतर तरीके से अपना कार्य कर पाएंगे तो उसका सीधा प्रभाव भारत और भारत के जनता पर दिखेगा आज हम अपने ब्लॉग के माध्यम से आपको इस योजना से जुड़े सभी पहलू बताएंगे।
NPCSCB – Mission Karmyogi का उद्देश्य और भूमिका
NPCSCB का अर्थ होता है: राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता निर्माण कायाक्रि – मिशन कर्मयोगी NPCSCB(National Programme For Civil Services Capacity Building NPCSCB – Mission Karmyogi
इस योजना का मुख्य उद्देश्य है की भारतीय सिविल सेवा क्षमता निर्माण नजरिया को बदलने के लिए एक मजबूत डिजिटल इकोसिस्टम / परिवेश की स्थापना करना।
इससे अधिकारियों को भविष्य के लिए तैयार करने हेतु कभी भी, कहीं भी लगातार सीखने में सक्षम बनाया जा सकेगा।
NPCSCB – Mission Karmyogi का मत्रालय और budget
NPCSCB को कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय चलता है जिसके अंतर्गत सिविल सेवा में कार्य कर रहे लोगों को बेहतर बनाया जाता है। इस कार्यक्रम को 2020 में शुरू किया गया था। यह सिविल सेवकों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम का निर्धारण करता है।
NPCSCB के अंतर्गत 46 लाख से ज्यादा केंद्र कर्मचारियों को इस योजना का लाभ मिलेगा जिसके लिए भारत सरकार 510 करोड़ से भी अधिक का budget पास कर चुकी है। यह कार्यक्रम केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों, विभागों, संगठनों और एजेंसियों के सभी सिविल सेवकों के लिए है। इसके तहत Contact पर नियुक्त कर्मचारियों को भी कवर किया गया है।
NPCSCB (मिशन कर्मयोगी के 6 स्तंभ)
- नीतिगत फ्रेमवर्क (Policy Framework)
- नई प्रशिक्षण नीतियां, जिसमें लगातार ज्ञान अर्जित करने तथा क्षमताओं को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
- क्षमतागत फ्रेमवर्क (Competency Framework) स्वदेशी क्षमतागत ढांचे के जरिए “नियम (Rule) से भूमिका (Role)” में तब्दील होना
- संस्थागत फ्रेमवर्क (Institutional Framework) PMHR परिषद द्वारा निगरानी की जाएगी
- iGOT-कर्मयोगी व्यापक स्तर पर लर्निंग प्लेटफॉर्म
- ई-मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली B (e-HRMS) नीतिपरक मानव संसाधन प्रबंधन
- निगरानी और मूल्यांकन फ्रेमवर्क लगातार कार्य निष्पादन विश्लेषण, डेटा आधारित लक्ष्य निर्धारण तथा वास्तविक समय में निगरानी
- इन छह मूल्य सिद्धांतों पर यह योजना चलती है और भारत के विकास में अहम भूमिका भी निभाती है।
मुख्य बिंदु/ विचार NPCSCB के
सिविल सेवकों के कार्य आवंटन को पद की आवश्यकता के साथ उनकी क्षमताओं को जोड़ते हुए तय करना इस योजना का परम उद्देश्य है।
भारतीय सरकार ‘ऑफ-साइट लर्निंग’ का पूरक बनाते हुए ‘ऑन- साइट लर्निंग’ पर जोर देने का पुरा प्रयतन कर रही है
NPCSCB – Mission Karmyogi और कर्मयोगी के संभावित प्रभाव
भविष्य में 1.5 करोड़ सरकारी अधिकारियों को प्रत्यक्ष लाभ होगा और सिविल सेवाओं द्वारा सशक्त बनने वाले नागरिकों पर ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। इससे भारत में रह रहे आम नागरिक पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा और हर जिले में विकास की एक नई लहर दौड़ उठेगी।
निष्कर्ष
भारतीय सरकार द्वारा NPCSCB (एनपीसीएससीबी) और कर्म योगी जैसे दो नई योजना शुरू की गई है जिसका अंतरगत भारत में नागरिक सेवा में कार्य कर रहे हैं लोग हर परिस्थिती में कार्य करने के लिए सक्षम बनते हैं। कर्म योगी योजना, के अंतरगत 4600000 से अधिक लोगों को बेहतर बनाया जाएगा और भारत के विकास में एक अहम भूमिका निभाई जायेगी। आज हमने अपने ब्लॉग के माध्यम से आपको बताया कि इस योजना के बारे में नियम क्या है और यह योजना कार्य कैसे करती है
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