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मिस्टी योजना (MISHTI Yojona) के तहत कम होगा भारत में प्रदूषण भारत सरकार करेगी मैंग्रोव का संरक्षण

MISHTI Yojona: भारत के पर्यावरण मंत्रालय के मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे जी ने राज्यसभा में भारत के पर्यावरण को लेकर एक बहुत अहम योजना का शुभारंभ किया है इस योजना का नाम भारत सरकार ने मिष्टी योजना दिया है जिसका अर्थ होता है Mangrove Initiative for Shoreline Habitats & Tangible Incomes (MISHTI) तटरेखा आवास और मूर्त आय के लिए मैंग्रोव पहल (मिश्ती)।

भारत में बढ़ते प्रदूषण के चलते और भारत में संसाधन और नवीकरणीय संसाधन कम होने के कारण भारत ने यह फैसला लिया है जिसे वे अपने Mangrove को बचा सकेंगे.

Mangrove Initiative for Shoreline Habitats & Tangible Incomes (MISHTI) तटरेखा आवास और मूर्त आय के लिए मैंग्रोव पहल (मिश्ती)

आजकल दुनिया में बढ़ते प्रदूषण के कारण हमने अपने पर्यावरण को बहुत ही जल्दी साफ करने पर ध्यान देना होगा और इस समस्या का हाल है अपने ख़तम होते हुए जंगलों को और मैंग्रोव (Mangrove)को बचाना होगा मिष्टी योजना (Misti)yojna के तहत भारत सरकार ने यह फैसला लिया है कि वे सुंदरबन डेल्टा और अन्य क्षेत्र में जहां mangrove पाया जाता है उससे संरक्षित करेगी ।

Mangrove सिर्फ पर्यावरण में न सिर्फ एक अहम भूमिका निभाती है । बल्कि यह तो स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी काफी अहम भूमिका निभाती है मैंग्रोव (Mangrove)के आस पास वहां की स्थानीय अर्थव्यवस्था पूर्ण रूप से घूमती रहती है और हजारों लोगों का घर मैंग्रोव(Mangrove)के कारण ही हज़ारों लोगो को नौकरी देना संभव हो पा रहा है इसलिए भारत सरकार ने मैंग्रोव(Mangrove)संरक्षण के साथ-साथ नरेगा और कैंप ऑफ जैसी सुविधाएं भी लॉन्च कर दी है जिस से मैंग्रोव(Mangrove) पर निर्भर लोगों को अपना जीवन जीने में सहायता हो।

Mangrove Initiative for Shoreline Habitats

Mangrove(मैंग्रोव वन)

मैंग्रोव भारत के उपयोग में पाए जाते हैं जहां की शुद्ध पानी या नमकीन मणि एक साथ मिला हुआ होता है यह थोड़ी नरमी वाली क्षेत्र में पाए जाते हैं जहां से भूमध्य रेखा काफी पास होती है हां ठंडे जिले में आपको कभी नहीं मिलेंगे आम तौर पर आपको ये  ऐसी मिट्टी मैं मिलेंगे जिसमें ऑक्सीजन की मात्रा काफी कम है।

मैंग्रोव पर्यावरण में और जंगल में अपनी एक अहम भूमिका निभाता है मैंग्रोव मिट्टी के कटाव पर कम कर देता है और हवा के जरीए मिट्टी को एक जगह से दूसरी जगह उड़ने से बचाता है । ना सिर्फ मिट्टी को एक जगह से दूसरी जगह उड़ने से बचाता है बाल्की पानी में आने वाली और समुद्र में आने वाली तेज लहरों को भी शांत कर देता है।

मिस्टी योजना

MISHTI  स्कीम के मुख्य बिंदु जिन पर भारत के सरकार काफी फोकसैद् है

मैंग्रोव की कुल 80% से अधिक प्रजाती है जो कि ना सिर्फ पर्यावरण बाल्की जीवन जीने में काई अहम् भूमिका निभाते हैं मैंग्रोव के करण सीओ2 (co2)स्तर पर कम होता है और शुद्ध प्राण वायु और हवा आप सबको मिल सकती है भारत सरकार मैंग्रोव को संरक्षित करने से सीओ2 लेवल पर काम करने का भी फोकस है।

MISHTI योजना से जैव विविधता और स्थानीय लोग जो मैंग्रोव पर निर्भर हैं, उनके जीवन में काफी बदलाव आएगा, मैंग्रोव काफी मछलियों का घर है, मैंग्रोव के संरक्षित होने से मछलियां के जीवन में भी काफी बदलाव आएगा और जो लोग मैंग्रोव पर हार्दिक रूप से डेपेंडेंड् हैं, उनके जीवन में भी हैं आर्थिक बदलाव आएगा और उनके जीवन में काफी सुधार होगा।

MISHTI स्कीम से होंगे इन नये इलाकों में मैंग्रोव का संरक्षण

MISHTI  योजना 540 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र कवर करती है जिसमें आने वाले मैंग्रोव वन को भारत सरकार द्वारा स्थापित किया जाएगा । यह योजना 11 राज्य और 2 केंद्र शासित प्रदेश में भी चलाई जाएगी भारत सरकार द्वार योजना को 5 साल तक बिना किसी रुकावट के चलाया जाएगा और 5 साल बाद इसके रिजल्ट को मॉनिटर किया जाएगा और उस हिसाब से इसमें सुधार किया जाएगा, और फिर से नई तरीके से भारत के और पर्यावरण के हित में सुधार किया जाएगा।

निष्कर्ष

जीवन जीने के लिए सबसे जरूरी है पर्यावरण aur पर्यावरण मैं सबसे जरूरी होते हैं वन और वनों को चलाते हैं उस मे रह रहे रहे जीव जंतु हम सभी आपस में एक दूसरे के लिए बहुत जरूरी है भारत के नागरिक होने के नाते हमारा भी एक कर्तव्य बनता है कि हम भारत सरकार का यह नई स्कीम मिष्टी  मे भारत सरकार का संपूर्ण सहयोग करें और भारत को CO2 मुक्त बनाएं और मैंग्रोव को संरक्षित करें।

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