आदिपुरुष फिल्म रिलीज हो चुकी है कई लोग फिल्म देख कर आ चुके है तो कई समझदार लोग जो अपना पैसा बर्बाद नहीं करना चाहते वह रिव्यू पढ़ कर ही इस फिल्म को जाने देना चाहते है, आदिपुरुष का इंतजार लंबे समय से किया जा रहा था फिल्म के रिलीज होने में कई रुकावटें भी आई लेकिन अन्ततः फिल्म आ गई अगर आप यह फिल्म देखना चाहते है तो एक बार इस रिव्यू को पूरा पढ़ें और फिर तय करें की आपको पैसे बचाने है या बर्बाद करने हैं ।
किसी भी फिल्म को देखने से पहले दर्शक के मन में होता है की फिल्म में अच्छे दृश्य अपना पसंदीदा अभिनेता या अभिनेत्री हो और अच्छा मनोरंजन हो लेकिन जब बात धार्मिक फिल्मों की हो तो लोगो की उम्मीद होती है की उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ न करके सभी ऐतिहासिक तथ्यों को सही तरीके से रखा जाए, आदिपुरुष की बात करें तो यह फिल्म पूरी तरह से एक 600 करोड़ रुपए से तैयार किया गया डिजिटल कचरा है । इसमें किसी भी तरह से आपको रामायण की झलक नही देखने को मिलेगी बल्कि प्रभु राम हनुमान जी और रावण के मुंह से सड़कछाप भाषा का इस्तेमाल देखने को मिलेगा ।
फिल्म में हिंदुओ के इतिहास रामायण को एक मनोरंजन की तरह मजाक बना दिया गया है, मूवी में किन तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करी गई है इसकी जानकारी भी हम आपको पूरी देंगे । एक सनातनी हिंदू धर्म से होने के नाते अगर आप यह फिल्म देखने जाने वाले है तो यह पूरी तरह से पैसे की बरबादी होगी, फिल्म के बारे में आगे बात करने से पहले हम आपको इसके डायरेक्टर और संवाद लेखक से भी परिचय कराएंगे ।
Adipurush Director Om Raut
आदिपुरूष फिल्म को ओम राउत ने निर्देशित किया है, अगर आप इनको नहीं जानते तो आपको बता दें की इन्होंने ही तनाजी फिल्म का भी निर्देशन किया था ये पहले हिंदुओ के खिलाफ घृणा फैलाने का काम भी कर चुके है, ट्विटर पर इनका एक ट्वीट वायरल हो रहा है जिसमे यह हनुमान जी बहरें हैं क्या ऐसा सवाल पूछते नजर आए थे , और हनुमान जयंती पर बजाए जाने वाले गीतों को गलत बताया था, ट्विटर पर लोग कह रहें है की जो व्यक्ति पहले ही हिंदू धर्म का अपमान कर चुका है वह कैसे हमारे धर्म को सही दिखा सकता है ।
Adipurush writer Manoj Muntasir
आदिपुरुष में किस तरह से सोच समझ कर रामायण को बदनाम किया गया है इसका पता आप इसके डायलोग को सुनकर ही लगा सकतें है, फिल्म का लेखन कार्य मनोज मुंताशीर के हाथों हुआ है तेरी मिट्टी और तेरी गलियां जैसे गीतों से चर्चा में आए मनोज पिछले कई सालों से देशभक्त बन कर राष्ट्रवाद का समर्थन करने में लगे थे लेकिन आदिपुरुष में इनके द्वारा लिखे गए डायलॉग्स को सुनकर आप शर्मिंदा हो जायेंगे । हालहिं में एक इंटरव्यू में इनसे पूछा गया की आपने ऐसे डायलॉग्स को लिखे तो मनोज कहते है की मैंने जानबूझ कर ऐसा लिखा ताकि आज कल की पीढ़ी इसे खुद से जोड़ पाए शायद मनोज ये बात भूल गए की पिछले वर्ष कोरॉना में जब दूरदर्शन की ओर से रामानंद सागर की रामायण चलाई गई तो 7.7 करोड़ लोग एक साथ यह सीरियल देख रहे थे जिसमे किसी भी प्रकार से अमर्यादित भाषा का उपयोग नहीं हुआ था फिर भी यह सबसे ज्यादा एक साथ लाइव देखा जाने वाला सीरियल विश्व रिकॉर्ड बना था मनोज के अनुसार आज कल की पीढ़ी सड़कछाप भाषा को पसंद करती है इसलिए मौका मिलने पर भगवान के मुंह से भी वैसी भाषा निकाली जाए।
कुछ समय पहले मनोज ने एक ट्वीट किया था जिसमे वह कहते है की वो अक्सर सोचते थे की अगर वो रामायण लिखते तो उसके डायलॉग्स क्या होते लेकिन आदिपुरुष फिल्म में उन्हें यह सपना सच कर दिखाने का मौका दिया आदिपुरुष में वह खुद की एक रामायण का सपना पूरा करते हुए दिख रहें है, शायद मनोज को यह लगने लगा की वह भी तुलसीदास जी जितने ज्ञानी हो चुके है तो अब वह खुद की एक रामायण बना सकतें है अभद्र भाषा के साथ ।
Adipurush Dialogues
फिल्म में पुष्पक विमान की जगह एक चमगादड़ दिखाया गया है, रावण को किसी हॉलीवुड का एक्शन हीरो या फिर कार्टून जैसा बनाने की कोशिश की गई है और मेघनाद को पूरे बदन पर टैटू किया हुआ और स्टाइलिश दाढ़ी रखने वाला इंसान दिखाया गया है, रावण जो की असल में प्रकांड पंडित और एक बड़ा शिवभक्त था उसके शरीर से रुद्राक्ष को टूटकर जमीन पर गिरते हुए दिखाना और रावण के माथे पर त्रिपुंड का न होना, रावण ब्राह्मण और परमज्ञानी था जो की ढंग के कपड़े पहनता था लेकिन डायरेक्टर ने रावण को बैटमैन और गेम ऑफ थ्रोंस जैसा बनाया है
यहां आदिपुरुष में बोले गए कुछ विवादास्पद डायलॉग्स नीचे लिखे गए है
- ये तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो घूमने चला आया
- मेरे एक सपोले ने तेरे शेष को लंबा कर दिया अभी तो पूरा पिटारा बाकी है
- तेल तेरे बाप का कपड़ा भी तेरे बाप का और जलेगी भी तेरी बाप की
- आप अपने काल के लिए कालीन बिछा रहें हैं ।
- हमारी बहनों पर जो हाथ उठाएगा हम उसकी लंका लगा देंगे
इस तरह के सड़कछाप भाषा का प्रयोग रामायण में करना लोगो को पसंद नहीं आ रहा है और खबर है की नेपाल में भारतीय फिल्मों को बैन कर दिया है उनकी मांग है की आदिपुरुष से सभी विवादित डायलोग हटाए जाए ।
Adipurush VFX
निर्माता निर्देशक के द्वारा सबसे ज्यादा जिस बात को भुनाया जा रहा है वो है की फिल्म में सबसे ज्यादा खर्चा ग्राफिक्स पर किया गया है लगभग 600 करोड़ में बनी फिल्म का एक बड़ा भाग VFX को जाता है लेकिन फिल्म में अपनी VFX की कमियों को छुपाने के लिए डार्क थीम का इस्तेमाल किया गया है ऐसा बहुत से ट्रोल सोशल मीडिया पर बातें हो रहीं है ।