PM Pranam Yojana:जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है हमारा स्वास्थ्य अगर हम स्वस्थ हैं तो हम अपने जीवन में खुश एवं प्रफुल्लित रहते हैं। भारत सरकार ने इसी चीज को मध्य नजर रखे हुए PM Pranam Yojana का शुभारंभ कर दिया है इसकी घोषणा भारत सरकार ने 2023-24 के बजट सत्र में कर दी थी. जिसे अंतर्गत fertilizer को एक संतुलन उपाय में इस्तमाल करने की बात भारत सरकार द्वारा कहीं गई थी। जिस से फल सब्जी और अन्य भोजन सामग्री के पोषक तत्व नाश ना हो जाए और भारत के लोग स्वस्थ और समृद्ध जीवन जी सके।
Budget 2023-24 दिल्ली मे लिया भारत सरकर ने fertilizer से जुड़ा अहम फैसला
2023-24 का बजट भारत सरकार ने अपने देश के नागरिकों के स्वास्थ्य की चिंता में काफी हद तक लगा दिया है। जिसका प्रमाण PM pranam योजना भी देती है भारत सरकार द्वार फर्टिलाइजर का पर्याप्त मात्रा में उपयोग करना और भारत के किसानों का फर्टिलाइजर पर निर्भर को कम करने पर काफी फोकस किया है।
भारत सरकार ने PM pranam(पीएम प्रणाम )योजना का शुभारंभ कर दिया है जिस से भारत के किसानों को यह निर्देश दिए गए हैं कि उन्हें उर्वरक का एक पर्याप्त मात्रा में उपयोग करना है जिसे किसी के स्वास्थ्य को भी हानि ना हो और उर्वरक उद्योग पर भी उर्वरक को भारी मात्रा में बनाने का कोई भी दबाव ना आए (fertilizer)उर्वरक की जगह प्राकृतिक खाद का उपयोग करने की भारत सरकार ने सलाह भी दी है.
PM pranam योजना का उद्देश्य
(PM pranam) पीएम प्रणाम योजना भारत में रासायनिक उर्वरक और रासायनिक उर्वरक बनाने वाली कंपनी प्रति एक रहे बहार को कब करना चाहती है इसके लिए भारत सरकार ने रासायनिक उर्वरक की जगह गांव में बनने वाले और समलैंगिक के गोबर से बनने वाले जैव उर्वरक और जैविक उर्वरक की तरफ जोड़ दिया है जिसके लिए भारत सरकार ने करीब 3 लाख करोड़ का बजट 2023-24 के लिए दिया है.
PM Pranam Yojana की भारत मे जरूरत
भारत के कृषि विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2019-20 में भारत ने 462 लाख मीट्रिक टन का उर्वरकह(Fertilizer)उपयोग किया था जो कि हर 3 साल में 11.40 प्रतिशत से बढ़ रहा है जिसे देखते हुए भारत में उर्वरक(Fertilizer) की मांग काफी बढ़ रही है और भारतीय सरकार इसको लेकर काफी शिक्षक है इसलिए भारत सरकार ने उर्वरक के संतुलन में सुधार लाने की बात कही है।और इसके लिए किसानों को भारी बजट भी दिया है भारत का और भारत के माननीय प्रधानमंत्री जी का 2030 तक PM pranam योजना के तहत यह विजन है की भारत में उर्वरक(fertilizer) का उपयोग कम हो सके और जितना जरूरी हो सिर्फ उतना ही हो.
भारत सरकार द्वारा fertilizer के उपयोग को कम करने के लिए जा रहे हैं ये कदम
भारत सरकार द्वारा कही नये policy बनाई गई हैं। जिसके द्वारा भारत सरकार fertilizer के उपयोग को बहुत ही तेजी से काम कर रही है। और natural fertilizer को काफी प्रोमोट कर रही है।
भारत सरकार द्वारा नीम कोटिंग bag में 5 किलो की कतोथी की गई है। जिससे की 2018 में भारत सरकार ने देश के किसानों के लिए प्रयोग में लाया था।
जिससे की किसान यूरिया के डिमांड को कम कर सकें और natural खाद का उपयोग कर सकें।
Conclusion (निष्कर्ष)
भारत और भारत की सरकार की प्रथम प्राथमिकता है कि भारत के लोगों का स्वास्थ्य अच्छा अवेम् समृद्ध रहे, भारत सरकार ने 2023-24 के बजट में पीएम प्रणाम (PM Pranam Yojana) का शुभारम्भ किया, जिसमें उर्वरक के उपयोग में संतुलन लाया जा सके और प्राकृतिक खाद का किसानों द्वारा उपयोग किया जा सके। इसके लिए भारत के फर्टिलाइजर बनाने वाली कंपनी पर भी बहार कम पड़ेगा और भारत के लोगों को बिना किसी एसिड और हानिकारक केमिकल से बनी सब्जी और भोजन के लिए जरूरी चीजों का उपयोग नहीं करना पड़ेगा।
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